क्या आपकी वसीयत कुछ पुरानी प्रतीत होती है? आप अकेले नहीं हैं।

आधे से अधिक कैनेडा निवासियों की वसीयत अप-टू-डेट नहीं है और लगभग दो-तिहाई ने पहले से मुख्तारनामे की तैयारियां नहीं की हैं, ऐसा एक लॉ पीआरओ सर्वे में बताया गया है। लेकिन ज्यादातर लोगों ने माना कि उनके पास ये महत्त्वपूर्ण दस्तावेज होने चाहिए।

सही से तैयार की गई वसीयत, आपके एस्टेट प्लॉन का मुख्य भाग है। ‘इंटेस्टेट’ (बिना वैध वसीयत किए) मृत्यु हो जाने पर यह होता हैः

  • आपकी संपत्तियों को कानूनी फार्मूले के अनुसार बांट दिया जाएगा, जिसमें आपकी निजी इच्छाओं का ध्यान नहीं रखा जाएगा;
  • आपको किसी आयकर का और सुनियोजित नियोजन अवसरों का लाभ नहीं मिलेगा, जिससे आपकी जायदाद का आपके परिवार के लिए मूल्य कम हो जाएगा;
  • किन्हीं विशेष ज़रूरत वाले लाभार्थियों के लिए आप कुछ नहीं कर पाएंगे, या नाबालिग बच्चों के लिए संरक्षकों की नियुक्ति या परोपकार हेतु दान आदि नहीं कर पाएंगे;
  • आपकी जायदाद को संभालने में ज्यादा समय और खर्च आएगा, और आपकी जायदाद की संभाल करने वाले के लिए आपका कोई निर्देश नहीं होगा।

तो, ये सरल नियम अपनाएं, और हर तीन से पांच वर्ष पर या जब भी आपकी वित्तीय स्थिति बदले, तब अपनी वसीयत की समीक्षा करें।

स्टेप 1: संपत्ति और देयताओं की पहचान करें

संपत्तियों में ये शामिल हो सकते हैं: निवेश (शेयर, बांड, म्युचुअल फंड, बैंक खाते); सेवानिवृत्ति की योजनाएं, जिनमें आरआरएसपी, आरआरआईएफ, पेंशन और वार्षिकी शामिल हैं; निजी जायदाद (ज्वैलरी, कारें, कलाकृतियां और प्राचीन धरोहरें); अचल संपत्ति; बीमा योजनाएं; और बिजनेस के हित।

न केवल इस पर विचार करें कि आपके पास क्या है, बल्कि इस पर भी कि कैसे। ऐसी संपत्तियां जिनमें उत्तराधिकार के साथ आपका संयुक्त स्वामित्व हो, उनको आपकी मृत्यु के बाद आपके नामे संपत्तियों की तुलना में अलग तरीके से संभालना पड़ सकता है। और आरआरएसपी / आरआरआईएफ, जीवन बीमा, तथा कर-रहित बचत खातों जैसी संपत्तियों के नामित लाभार्थी नोट करें।

स्टेप 2: संपत्तियों का वितरण कैसे होगा यह तय करें

यह तय करें कि किसे क्या मिलेगा, और ऐसी संभावना के लिए भी योजना बना लें कि आपके जीवित रहते किसी लाभार्थी की मृत्यु हो जाने पर क्या होगा। जायदाद का वह भाग किसे दिया जाएगा? साथ ही, यथार्थ को समझें और आपकी जायदाद पर किन्हीं प्रतिबंधों का ध्यान रखें जैसे कि कोई संविदागत दायित्व जो आपके हो सकते हैं, तथा जीवनसाथी या आश्रितों के अधिकार।

स्टेप 3: संपदा हस्तांतरण के लिए सर्वोत्तम योजना तय करें

आपकी संपत्तियां सीधे या ट्रस्ट द्वारा वितरित की जाएंगी? वसीयत में ट्रस्ट द्वारा वितरण अधिक उचित हो सकता है यदि आपः

  • आपके यहां नाबालिग बच्चे या बच्चों के बच्चे तथा/या विशेष ज़रूरतों वाले लाभार्थी हों;
  • ऐसी संपत्तियां हो जो आप अगली पीढ़ियों के लिए संरक्षित और हस्तांतरित करना चाहते हों;
  • चैरिटेबल धरोहर छोड़ना चाहते हों; और /या
  • मिश्रित परिवार में हों।

साथ ही, लाभार्थियों को नामित करने और अपने जीवन के दौरान ट्रस्ट बनाने के फायदों की पड़ताल करें।

स्टेप 4: सही लोग चुनें

आपको एक निष्पादक (एक्जीक्यूटर), ट्रस्टी, अटार्नी, और संभवतः नाबालिग बच्चों के लिए संरक्षक की ज़रूरत होगी।

आपका एक्जीक्यूटर, आपकी जायदाद का प्रशासन करेगा। आपका ट्रस्टी मैनेजर आप या आपकी वसीयत के अनुसार व्यवस्था करेगा।

आपका अटार्नी, आप द्वारा लिखे गए मुख्तारनामे के तहत आपके वित्तीय और/या निजी मामलों की देखभाल करता है। लोगों का पदनाम और दस्तावेजों के नाम एक से दूसरे प्रान्त में अलग-अलग होते हैं।

यदि आपकी जायदाद या परिवार की बनावट सामान्य से ज्यादा जटिल है, या यदि आपको पारिवारिक झगड़ों का भय है, तो प्रोफेशनल कार्पोरेट ट्रस्टी अच्छा विकल्प हो सकता है।

जब आप किसी व्यक्ति को एक्जीक्यूटर या अटार्नी के रूप में नामित करें, तो एक विकल्प भी नामित करें जो आपके प्रथम विकल्प के अक्षम हो जाने या कार्य के अनिच्छुक हो जाने की दशा में काम करेगा।

नाबालिग बच्चों के मामले में, आपको सोचना चाहिए कि दोनों अभिभावकों के मर जाने की स्थिति में उनका संरक्षक या ट्‌यूटर कौन होगा। हालांकि यह न्यायालय से मंजूरी का मामला है, लेकिन वसीयत में की गई नियुक्ति प्रायः मंजूर कर ली जाती है क्योंकि यह तत्काल प्रभावी हो सकती है और आपकी इच्छाओं को स्पष्ट दर्शाती है।

स्टेप 5: अपनी योजना लिख लें

एस्टेट प्लॉनिंग प्रोफेशनल से मुलाकात करने से पहले, अपनी संपत्तियों और देयताओं की एक इन्वेन्टरी तैयार करें, जिसमें निम्न शामिल हों:

  • निजी पहचान;
  • वैवाहिक अनुबंध या अलगाव अनुबंध;
  • अचल संपत्ति के दस्तावेज;
  • पार्टनरशिप या शेयरहोल्डर एग्रीमेन्ट्‌स और अन्य निजी कंपनियों से संबंधित दस्तावेज;
  • हाल के टैक्स रिटर्न, तथा/या आपकी वर्तमान वसीयत और मुख्तारनामा।